गंजेपन की समस्या का इलाज हेयर ट्रांसप्लांट द्वारा कैसे किया जा सकता है ?

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    हेयर ट्रांसप्लांट एक किस्म की सर्जरी है, जिसमें गंजेपन की समस्या का इलाज किया जाता है | जीवन में हर किसी का यही स्वपन होता है की उनके भी सिर पर बाल घने और मजबूत हो | लेकिन आज के युग में भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में लोग अपने शारीरक और मानसिक स्थिति की देखभाल बिलकुल भी नहीं कर पाते है | जिस कारण शरीर के साथ-साथ बालों पर भी काफी नकारत्मक प्रभाव पड़ता है | आइए जानते है गंजेपन समस्या का इलाज कैसे किया जा सकता है :- 

     

    एएसजी हेयर ट्रांसप्लांट ने अपने यूट्यूब चैनल पोस्ट एक वीडियो के द्वारा यह बताया कि आजकल के युवायें अपनी सेहत पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते है और कुछ लोग तो लक्षणों का पता लगने के बावजूद भी इससे नज़र अंदाज़ कर दे देते है | जिस वजह से उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ जाता है | जिसमे से एक है गंजेपन की समस्या, यह समस्या तब उत्पन्न  होती है जब आपके बाल काफी पतले हो जाते है और इनके जड़े काफी कमज़ोर हो जाती है | जिस वजह से बल इस हद तक टूटकर गिरने लग जाते है की गंजेपन की समस्या हो जाती है | 

     

    जैसे बंजर जमीन पर बिना कोई खाद्य पदार्थ के उपजाऊ नहीं हो सकता है उसी तरह गंजेपन की समस्या पर बिना किसी ट्रीटमेंट की बालो का उगना असंभव है | गंजेपन का सिर्फ एकमात्र इलाज है और वो है हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी | इस प्रक्रिया में व्यक्ति के शरीर के एक क्षेत्र से स्वस्थ बालों की रोम निकालकर, उन्हें उस क्षेत्र से लिया जाता है जहां बाल नहीं उग रहे होते  है | बालों के रोम को हटाने और ग्राफ्टिंग के इस उद्देश्य को फॉलिक्युलर यूनिट्स भी कहते है | 

     

    हेयर ट्रांसप्लांट कितने प्रकार के होते है ?

     

    हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी दो तरह के होते है,फॉलिक्युलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन और फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रैक्शन |   

    • फॉलिक्युलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन :-  इस ट्रांप्लांट में डॉक्टर व्यक्ति के खोपड़ी के पीछे या फिर सिर के किनारों के आसपास डोनर क्षेत्र का चयन करते है, फिर डोनर क्षेत्र को पूरी तरह से हटा दिया जाता है और इसे कटाई के लिए इस्तेमाल किया जाता है | पट्टी के छोटी इकाइयों में विच्छेदित करने को ग्राफ्ट कहा जाता है | इस ग्राफ्ट को उस जगह पर से लिया जाता है जहां बाल नहीं होते है | 


    • फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रैक्शन :- जहाँ एफयूटी यानी फॉलिक्युलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन एक पारंपरिक तरीका है, वही फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रैक्शन या एफयूई ट्रांसप्लांट में सबसे ज्यादा आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है | आमतौर पर एफयूई में सर्जरी के माध्यम से निकाले गए बालों को एनेस्थीसिया के तहत पूरे सिर से थोड़े- थोड़े  मात्रा से लिया जाता है | 

     

    इससे संबंधित पूरी जानकारी के लिए आप एएसजी हेयर ट्रांसप्लांट से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के पास हेयर ट्रांसप्लांट से एक्सपर्ट डॉक्टर्स की टीम है, जो इस समस्या को कम करने के साथ-साथ गंजेपन की समस्या से छुटकारा दिलाने में भी मदद कर सकते है |